माया का फंदा

माया का फंदा


दुनिया मायाजाल का फंदा
है बंदे ये गोरखधंधा।

हमको समझ ना आया फंडा
सब पर चलता नोट का डंडा
रिश्ते सब हैं इसपे रीझे
माया आगे दुनिया पीछे।

करते सब हैं मेरा मेरा
खबर ये सबको दो दिन का डेरा
चिड़िया सा ये रैन बसेरा
फिर क्या तेरा और क्या है मेरा।

सब भाग रहे इसके पीछे
खून पसीना इसको सींचे
लूटा चैन नींद को छीने
पाई पाई को तू क्यूं बीने।

देता नहीं कुछ भी तो दिखाई
कौन है भैया कौन सी माई
पैसा यार और बना लुगाई
जोड़ रहे किसके लिए भाई।

एक दिन खाली हाथ है जाना
एक कपड़े के साथ है जाना
नहीं काम आएगी माया
जप ले राम रहीम को भाया।

वही तुझे फिर पार करेंगे
दुनिया से उद्धार करेंगे
काम नहीं माया आएगी
साथ नहीं ये जा पाएगी।

छोड़ दे अब तू काम जो मंदा
समय के रहते बन जा बन्दा
नहीं तो माया का ये फंदा
एक दिन तुझको पड़ेगा भारी
समझ लें अब सारे नर नारी।

माया नहीं ये काम में आनी
जो बोएगा सो पाएगा
कर्म तेरा तेरे काम आएगा
तुझको स्वर्ग नर्क सब दिखलायेगा।।

आभार - नवीन पहल - ११.१०.२०२३ 🙏👍🌹❤️

# दैनिक प्रतियोगिता हेतु कविता 


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6 Comments

Mohammed urooj khan

12-Oct-2023 10:57 PM

👌👌👌👌

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बेहतरीन,,, खूबसूरत भावों और गहरे संदेशों से परिपूर्ण अभिव्यक्ति

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RISHITA

12-Oct-2023 10:12 AM

ला जवाब रचना भैया

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